हरिद्वार में स्नान को लेकर पांच बने ज़ोन, मेले के क्षेत्र को 39 सेक्टरों में बांटा
Five zones have been created for bathing in Haridwar, the area of the fair has been divided into 39 sectors.
हाल ही में उत्तराखंड से एक बड़ी खबर सोशल मीडिया पर सामने आ रही है सोमवती अमावस्या स्नान पर्व को लेकर पूरे हरिद्वाक में मेला क्षेत्र को पांच सुपर जोन, 16 जोन और 39 सेक्टरों में बांट दिया गया है। जिलाधिकारी विनय शंकर पांडेय और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने संयुक्त रूप से ब्रीफिंग में पुलिस और प्रशासनिक अधिकारियों को दिशा-निर्देश दिए।
आपको बताते चले कि एसपी सिटी स्वतंत्र कुमार सिंह को मेला प्रभारी नियुक्ति किया गया है। रविवार को ऋषिकुल ऑडिटोरियम में सोमवती अमावस्या स्नान पर्व के लिए नियुुक्त पुलिस/प्रशासनिक, जोनल और सेक्टर मजिस्ट्रेट की संयुक्त ब्रीफिंग की गई। डीएम विनय शंकर पांडेय ने कहा कि सोमवती अमावस्या स्नान पर्व पर बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं के पहुंचने की संभावना है।
इतना ही नहीं जहां पर भी कर्मियों की तैनाती है उसे अच्छी तरह से देख लें। सभी व्यवस्थाएं पूर्व में ही सुनिश्चित कर लें। यातायात रूट प्लान की योजना का कड़ाई से पालन कराएं। आगे वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक अजय सिंह ने कहा कि पिछले स्नान पर्वों को देखें तो सोमवती अमावस्या स्नान पर अचानक से भीड़ बढ़ जाती हैं। इसलिए पहले से ही पूरी तैयारी करके रखें।
ड्यूटी कर्मी अपना प्वाइंट न छोड़ें
प्रत्येक जोनल अधिकारी अपने-अपने क्षेत्र में एक-एक वैकल्पिक मार्ग चयनित कर लें। प्रत्येक प्वाइंट पर नियुक्त पुलिसकर्मी का अपना एक महत्व है। उसकी लापरवाही से कोई भी समस्या उत्पन्न हो सकती है। कहा कि मनसा देवी चंडी देवी में ड्यूटी प्रभारी सुनिश्चित कर लें कि कतार में ही श्रद्धालु कर आगे बढ़ते रहें। व्यवस्था को किसी भी दशा में बिगड़ने न दी जाए। ड्यूटी कर्मी अपना प्वाइंट न छोड़ें।
आगे कहा कि स्नान के दौरान आठ घंटे की ड्यूटी की व्यवस्था बनाई गई है। इसके लिए प्रत्येक कर्मी को सही समय पर आकर आठ घंटे मुस्तैदी के साथ अपनी जिम्मेदारियों का निर्वहन करना है। लापरवाही किसी भी दशा में बर्दाश्त नहीं की जाएगी। घाटों पर तैनात प्रभारी रात दो बजे ही गंगा घाटों पर सो रहे श्रद्धालुओं को जगाते हुए घाटों को खाली कराएंगे।
घाटों पर तैयारी के साथ नियुक्त रहें
एसएसपी ने कहा कि स्नान के दौरान स्नान घाटों पर श्रद्धालुओं के डूबने की संभावनाएं बनी रहती हैं। इसके लिए जल पुलिस की टीमें विभिन्न घाटों पर तैयारी के साथ नियुक्त रहेंगी। हरकी पैड़ी क्षेत्र से भिखारियों को दूर किया जाए। अप्रिय घटनाओं की रोकथाम के लिए बम निरोधक दस्ते/श्वान दल की टीमें नियुक्त की गई है, जो निरंतर गतिमान रहेगी।