उत्तर प्रदेश

समाज में होने वाले अपराधों को रोकने व हर मामलों में पुलिस का सहयोग करने वाले संभ्रांत नागरिकों को अब विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) का दिया जायेगा दर्जा।

समाज में होने वाले अपराधों को रोकने व हर मामलों में पुलिस का सहयोग करने वाले संभ्रांत नागरिकों को अब विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) का दिया जायेगा दर्जा।

जयकिशन सैनी

बदायूँ| समाज में होने वाले अपराधों को रोकने और हर मामलों में पुलिस का सहयोग करने वाले संभ्रांत नागरिकों को अब विशेष पुलिस अधिकारी (एसपीओ) का दर्जा दिया जायेगा। वजह है कि समाज में रहने वाले संभ्रांत नागरिक अपने इलाकों की हर छोटी बड़ी अपराधिक घटनाओं पर निगरानी रखते है, वक्त आने पर उनका हस्तक्षेप भी होता है। बरेली जोन एडीजी के आदेश पर एसएसपी डॉ. ओपी सिंह ने जिले के सभी थाना प्रभारियों को थानेवार दस नागरिकों को विशेष पुलिस अधिकारी(एसपीओ) का दर्जा दिये जाने के निर्देश दिये है। जारी हुये आदेश में साफ तौर पर कहा गया है कि एसपीओ का दर्जा उसी नगरिक को दिया जायेगा, जोकि श्रेष्ठ, चरित्रवान और संभ्रांत की श्रेणी में शामिल हो। थाना प्रभारी की ओर से ऐसे लोगों को चिह्नित किया जाये जोकि पूर्व में आधी आबादी के साथ हुये अपराध में अपनी कार्यकुशलता दिखाने में सक्षम रहे हो। इसके अलावा जिन्होंने हमेशा पुलिस का सहयोग किया हो। आदेश के बाद थाना स्तर पर ऐसे नागरिकों को चिह्नित करने का काम तेजी से शुरू कर दिया गया है। आदेश में कहा गया है कि जिन संभ्रांत नगरिकों को एसपीओ का दर्जा दिया जायेगा। उनका विवरण थानास्तर के अलावा पुलिस अफसरों के पास भी रहेगा। जिसमें उनके परिवार के संबंध में भी पूरा विवरण भरना होगा, लेकिन एसपीओ की पहचान गोपनीय रहेगी। जिससे उन्हें किसी अपराधिक किस्म के व्यक्ति से रंजिश का सामना न करना पड़े। वहीं, पुलिस विभाग द्वारा थाना स्तर पर होने वाली हर संभ्रांत नागरिकों की बैठक में इन विशेष पुलिस अधिकारियों को आमंत्रित किया जायेगा।

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