amroha news:जिलाधिकारी बालकृष्ण त्रिपाठी द्वारा तहसील हसनपर के साथलपुर गौशाला का निरीक्षण किया गया

। इस अवसर पर जिलाधिकारी ने खली चौकर भूसा की उपलब्धता गायों को काऊ कोट की व्यवस्था तथा ठंड के दृष्टिगत गौशाला को चारों ओर से ढकने की तिरपाल की व्यवस्था सहित विभिन्न बिंदुओं पर निरीक्षण किया और गायों को गुड़ खिलाया ।
जिलाधिकारी ने निर्देश देते हुए कहा कि ठंड के दृष्टिगत पशुओं की विशेष देखभाल किया जाए कोई भी पशु ठंड के अभाव में मरना नहीं चाहिए कहा कि प्रत्येक पशु को काऊ कोट की उपलब्धता हो ।
पूरे गौशाला को तिरपाल से ढक कर रखा जाए ताकि ठंड हवा गौशाला में प्रवेश न कर सके और गायें आराम से रह सके। कहा खली भूसा चोकर की उपलब्धता पर्याप्त होनी चाहिए। कहा कि जो भी डॉक्टर तैनात है वह समय-समय पर गौशाला में आकर पशुओं को देखते रहे थे कोई भी पशु बीमार होता है तो शीघ्र ही पशुओं का इलाज होना चाहिए । कहा की पशुओं के गोबर से वर्मी कंपोस्ट बनाई जाए इसके लिए खंड विकास अधिकारी को 15 दिन के अंदर वर्मी कंपोस्ट के संबंध में प्रभावी कार्यवाही करें अगले निरीक्षण में इसको प्राथमिक से देखा जाएगा यह ध्यान रखा जाए । गौशाला में 147 पशु संरक्षित पाए गए ।
जिलाधिकारी ने मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी को निर्देश दिया है कि जो पशु छुट्टा घूम रहे हैं उनको अभियान चलाकर सम्बन्धित गौशाला में शिफ्ट किया जाए कोई भी पशु छुट्टा नहीं घूमना चाहिए । गौशाला के निकट खाली पड़ी चारागाह की भूमि में खंड विकास अधिकारी को नेपियर घास बोकर पशुओं को हरे चारे की व्यवस्था किए जाने के निर्देश दिया है कहा कि इसके लिए प्रभावी कार्यवाही किया जाए पर्याप्त संख्या में गौशाला के लिए हरे चारे की व्यवस्था होनी चाहिए इसमें किसी भी प्रकार की लापरवाही नहीं की जानी चाहिए । इस अवसर पर उप जिलाधिकारी हसनपर मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी खंड विकास अधिकारी सहित अन्य संबंधित अधिकारी व पशुपालन विभाग के कर्मचारी डॉक्टर मौजूद रहे ।