जिलें में बारिश से गेहूं-सरसों व आलू को नुकसान, जनजीवन प्रभावित, मंगलवार तक रुक-रुक कर बारिश की संभावना-

जिलें में बारिश से गेहूं-सरसों व आलू को नुकसान, जनजीवन प्रभावित, मंगलवार तक रुक-रुक कर बारिश की संभावना-
बदायूं। सोमवार भोर से शुरू हुई झमाझम बारिश से जहां एक तरफ लोगों को बढ़ते तापमान से राहत मिली है। वहीं गेहूं समेत सरसों, आलू और मसूर की पैदावार के लिए यह बारिश कहर बनकर बरसी है। मौसम जानकारों के मुताबिक मंगलवार तक रुक-रुक कर बारिश की संभावना है। इसी बीच तेज हवाएं भी चलती रहेंगी। जिले भर में पिछले 3 दिन से आसमान में बादल छाए हुए थे और सूरज बादलों के बीच से लुका छुपी का खेल खेल रहा था। इस बीच तापमान में गिरावट आई और अधिकतम तापमान दिन में 18 तो रात को 16 डिग्री सेल्सियस आंका गया था।
गेहूं के लिए यह बारिश नुकसानदायक:- इधर, सोमवार भोर में लगभग 5 बजे से बादलों में गड़गड़ाहट के साथ बारिश शुरू हुई, तो जहां शहरी क्षेत्र के लोगों को आवागमन समेत दिनचर्या में दिक्कत है। वहीं देहात में किसान सिर पकड़ कर बैठ गया है। क्योंकि सरसों की अधिकांश फसल अभी भी खेतों में पड़ी है। आलू की खुदाई भी पूरी तरह नहीं हो सकी है। जबकि गेहूं को भी यह बारिश नुकसानदायक है।
ये रही फसल की स्थिति:- जिले में गेहूं की पैदावार ढाई लाख हेक्टेयर में की गई है। जबकि सरसों 70000 हेक्टेयर में बोई गई थी। आलू का रकबा 25000 है। जबकि मसूर की पैदावार यहां बेहद कम होती है, फिर भी कृषि विभाग के आंकड़ों के मुताबिक तकरीबन 3000 हेक्टेयर में मसूर भी किसानों ने पैदा की थी। गेहूं खेतों में पकने के लिए तैयार खड़ा है। जबकि 80 फ़ीसदी सरसों काटी जा चुकी है लेकिन इसका अधिकांश हिस्सा अभी भी किसानों ने खेतों में सूखने के लिहाज से छोड़ दिया था। आलू की खुदाई 90% पूरी हो चुकी है जबकि बारिश के बाद जो आलू जमीन में दबा रह गया उसमें सड़न की संभावना है। मसूर भी खेतों में ही है।