उत्तर प्रदेश

बदायूँ में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर साईकिल रैली का हुआ आयोजन,

अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कल रविवार को साईकिल रैली का आयोजन जिला कलेक्ट्रेट बदायूँ में किया गया।

बदायूँ में अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस पर साईकिल रैली का हुआ आयोजन,

बदायूँ| अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर कल रविवार को साईकिल रैली का आयोजन जिला कलेक्ट्रेट बदायूँ में किया गया। साईकिल रैली में  जिलाधिकारी मनोज कुमार, वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ. ओ.पी. शर्मा, मुख्य विकास अधिकारी केशव कुमार, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. प्रदीप वार्ष्णेय, अपर मुख्य चिकित्सा अधिकारी आर. सी. एच., आशा कार्यकत्रियों, स्कूली छात्राओं एवं एन.सी.सी. की छात्राओं व दीपमाला गोयल द्धारा स्वयं साईकिल चलाकर रैली को रवाना किया गया।2222 1रैली कलेक्ट्रेट बदायूँ से पुलिस लाइन चौराहा, इन्द्राचौक, दातागंज तिराहे से होते हुए पुलिस परेड ग्राउण्ड पर समाप्त हुई। साईकिल रैली में प्रथम पुरुष्कार कु० विनिता, द्वितीय पुरुष्कार कु० बैष्णवी एवं तृतीय पुरुष्कार कु० महक को प्रदान किया गया। साथ ही उपस्थित जनप्रतिनिधियों एवं अधिकारीगणों को यादगार के रूप में मोमन्टो भेंट किया गया।333 1पुलिस परेड ग्राउण्ड पर ही अन्तर्राष्ट्रीय महिला दिवस के अवसर पर एक गोष्ठी का आयोजन जिलाधिकारी की अध्यक्षता में किया गया। गोष्ठी में पूर्व नगरपालिका अध्यक्ष द्वारा महिलाओं के सशक्तिकरण, सरकारी योजनाओं से महिलाओं को लाभ के बारे में विस्तार से बताया गया जहां नारियों की पूजा होती है वहां देवता निवास करते है। जिलाधिकारी द्वारा महिलाओं को इस अवसर पर शिक्षित होना स्वावलम्बी होना बताया एवं साथ ही कहा कि हर क्षेत्र में महिलाएं आगे है, महिलाओं को बढ़-चढ़कर प्रत्येक क्षेत्र में अपनी भागीदारी सुनिश्चि करते हुए नेतृत्वकर्ता के रूप में आगे आना चाहिए साथ ही उन्होंने बताया प्रत्येक विभाग में महिलाएं पदासीन हैं।4वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक द्धारा बताया गया कि प्रत्येक माता-पिता अपनी बेटी की शादियों तभी करें जब तक वह शिक्षित होकर स्वयं अपने पैरों पर खड़ी न हो जाए जिससे आने वाले भविष्य में किसी भी समस्या का सामना न करना पड़े।5मुख्य विकास अधिकारी द्धारा बताया गया कि महिलाएं अब कन्धे से कन्धा मिलाकर कहावत को पीछे छोड़कर नेतृत्वकर्ता के रूप में उभरकर सामने आयी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी द्वारा बताया गया कि प्रत्येक महिला को अपने स्वास्थ्य का ध्यान रखना चाहिए जिससे वह अपने परिवार व समाज की जिम्मेदारी का निर्वहन बेहतर तरीके के कर सके। महिला आज बेचारी नहीं है महिला पुरुष की जन्मदाता है जननी है संस्कारीपुरुष का निर्माण एक महिला के द्वारा ही होता है। जब एक महिला शिक्षित होती है तो परिवार, समाज के साथ साथ देश को भी उन्नति की ओर ले जाती है। जब देश की महिलाएं स्वस्थ एवं शिक्षित होगी तभी स्वस्थ समाज का निर्माण होगा। इस अवसर पर दीपमाला गोयल आदि लोग उपस्थित रहे।2222 2

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