अपराधिक घटनाओं पर सीएम धामी सख्त, तीन दिन का दिया अल्टीमेटम, थाना प्रभारी और क्षेत्राधिकारी पर होगी कार्रवाई
सीएम धामी के आदेश पर रविवार को पुलिस महानिदेशक ने उधमसिंह नगर के काशीपुर में खनन कारोबारी की हत्या डोईवाला में हुई डकैती और हरिद्वार के लक्सर में पुलिसकर्मियों पर हुई फायरिंग की घटना का पर्दाफाश करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है।
देहरादून: प्रदेश में कुछ दिनों में हुई आपराधिक घटनाओं को लेकर मुख्यमंत्री पुष्कर सीएम धामी सख्त हो गए हैं। मुख्यमंत्री ने पुलिस महानिदेशक अशोक कुमार को आपराधिक घटनाओं का जल्द पर्दाफाश करने के आदेश जारी किए हैं। उन्होंने कहा कि अपराधों पर नियंत्रण के लिए राज्य सरकार सख्त है। किसी भी दशा में बदमाशों को न छोड़ा जाए।
राजफाश न होने पर हटाए जाएंगे थाना प्रभारी
मुख्यमंत्री के आदेश पर रविवार को पुलिस महानिदेशक ने उधमसिंह नगर के काशीपुर में खनन कारोबारी की हत्या, डोईवाला में हुई डकैती और हरिद्वार के लक्सर में पुलिसकर्मियों पर हुई फायरिंग की घटना का पर्दाफाश करने के लिए तीन दिन का अल्टीमेटम दिया है। उन्होंने कहा है कि तीन दिन में घटनाओं का राजफाश न होने पर संबंधित थाना प्रभारी और क्षेत्राधिकारी को हटाया जाएगा।
बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास के निर्देश
डीजीपी ने बताया कि संबंधित जिलों के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षकों को भी घटनाओं के जल्द पर्दाफाश न होने पर अपराध नियंत्रण में नाकाम माना जाएगा। पुलिस महानिदेशक ने रविवार को गढ़वाल व कुमाऊं परिक्षेत्र के पुलिस उपमहानिरीक्षक और तीनों जिलों के प्रभारियों को निर्देशित किया कि बदमाशों की गिरफ्तारी के लिए हरसंभव प्रयास करें।
शिक्षकों का लर्निंग डिसेबिलिटी प्रशिक्षण आज से
झाझरा स्थित वनवासी आश्रम में सोमवार से 70 विद्यालयों से तीन सौ अध्यापकों को दो दिवसीय लर्निंग डिसेबिलिटी जांचने का प्रशिक्षण दिया जाएगा। प्रदेश में हर चार बच्चों में एक पठन अक्षमता या लर्निंग डिसेबिलिटी से ग्रस्त होता है। फिर भी किसी विद्यालय में उनकी जांच या विशेष शिक्षण की व्यवस्था नहीं है। इस कमी को दूर करने के लिए पूर्व सांसद तरुण विजय ने यह पहल प्रारंभ की है।
विशेषज्ञों के साथ बैठक कर चर्चा भी करेंगे
उन्होंने रविवार को एक बयान जारी कर बताया कि हमारे जीवन में अनेक ऐसे महत्वपूर्ण घटनाक्रम होते हैं जिनको समाज के सामने लाना अत्यंत आवश्यक हो जाता है। प्रदेश के उन बच्चों के लिए काम करने की जरूरत है जिनको हम दिव्यांग, विशेष बच्चे या विशेष सक्षम कहते हैं। वे वनवासी आश्रम में सोमवार व मंगलवार को 10 बजे से दोपहर दो बजे तक डिस्लेक्सिया एवं पठन अक्षमता विशेषज्ञों के साथ बैठक कर चर्चा भी करेंगे। अध्यापकों को पठन अक्षमता, दिव्यांगता के अनेक रूपों, डिसेबिलिटी अधिनियम के बारे में बताया जाएगा, विद्यालयों में जिन बातों का ध्यान रखना आवश्यक है, उनकी जानकारी दी जाएगी। दिव्यांग बच्चों के अधिकारों के बारे में भी परिचित कराया जाएगा।