मेरे स्वप्न में चेतन जी ने आकर कहा कि मैं क्रीड़ा भारती के कार्यक्रम में उपस्थित रहुंगा…!

लखनऊ में तीन दिवसीय क्रीड़ा भारती का राष्ट्रीय अधिवेशन सम्पन्न हुआ लेकिन तीनों दिन हर कोई चेतन जी को याद करता रहा। यह कार्यक्रम पहली बार यूपी में आयोजित किया गया है, अगर चेतन जी होते तो अपने उत्तर प्रदेश में ऐसा कार्यक्रम देख बहुत खुश होते। आख़िर क्रीड़ा भारती उन्हीं की तो संस्था है… उन्हीं का ही सपना था जो साकार हुआ है।
राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ ने 1992 में क्रीड़ा भारती की नींव रखी थी। वर्ष 2009 में क्रीड़ा भारती को अखिल भारतीय विस्तार दिया गया तथा क्रीड़ा भारती को राष्ट्रीय रूप में पहचान दिलाई क्रीड़ा भारती से प्रथम राष्ट्रीय अध्यक्ष श्री चेतन चौहान ने।
संघ की 32 शाखाओं में से है क्रीड़ा भारती, जिसका उद्देश्य है “फिट इंडिया – हिट इंडिया”। क्रीड़ा भारती का खेलों द्वारा चरित्र निर्माण के माध्यम से राष्ट्र निर्माण को सशक्त बनाना मुख्य उद्देश्य है। क्रीड़ा भारती भारत को सभी अंतरराष्ट्रीय खेल मंच पर एक अग्रणी राष्ट्र बनाने और पूरे देश में एक खेल संस्कृति विकसित करने के लिए समर्पित रूप से काम करती है।
क्रीड़ा भारती के महामंत्री श्री राज चौधरी ने अपने विचार साझा करते हुए बताया कि उनकी मुलाक़ात 2014 में जब प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी जी से हुई तो प्रधानमंत्री ने चेतन जी से कहा आप 14 मिनट में मुझे बताएँ हम खेलों को लेकर देश को कैसे आगे बढ़ा सकते हैं। बताते हैं कि उसी चर्चा के बाद फ़िट इंडिया मूवमेंट का जन्म हुआ।
तीन साल पहले यही अधिवेशन राँची में हुआ था जब राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक डॉ. मोहन भागवत जी ने स्वयं उपस्थित चेतन जी के कार्यों की सराहना की थी।
राजस्थान में क्रीड़ा भारती द्वारा अटल खेल सम्मान पुरस्कार या खिलाड़ियों की माताओं के सम्मान में वीर जीजामाता पुरस्कार जैसे कार्यक्रमों की उपलब्धियों पर वे बहुत खुश हुआ करते थे। राजस्थान में ही वर्ष 2009 में सूर्य नमस्कार यज्ञ में करीब 2 लाख व 2019 में 5 लाख लोगों ने भाग लिया था इसकी चर्चा भी किया करते थे। वे कहते थे हमें खेलों को गांव-ढाणियों तक ले जाना है. आज देश के 500 जिलों में संगठन सक्रिय रूप से कार्य कर रहा है
चेतन जी की एक और ख़ास बात थी कि वे देश के किसी भी शहर में जाते तो वे होटल में न रुक कर क्रीड़ा भारती से जुड़े हुए कार्यकर्ताओं के यहां रुकते थे। शायद यही वजह रही की आज लखनऊ के अधिवेशन में क्रीड़ा भारती से जुड़े देश भर से आए लोगों ने उनके साथ बिताए पलों को नम आंखो से साथ मुझसे साँझा किया।