हसनपुर सीएचसी में 24 घंटे के अंदर महिलाओं के प्रसव के दौरान हुई चार बच्चों की मौत
हसनपुर सीएचसी में 24 घंटे के अंदर महिलाओं के प्रसव के दौरान हुई चार बच्चों की मौत डिलीवरी के दौरान हुई मौत से मरीज के परिजनों ने महिला स्टाफ पर लापरवाही का आरोप लगाते हुए जिम्मेदार ठहराया है
पूरा मामला हसनपुर chc का है जहां बीते दिन व रात में चार महिलाएं प्रसव पीड़ा के दौरान chc में भर्ती हुई उनकी डिलीवरी कराई गई लेकिन चारो महिलाओं के बच्चो की मौत हुई वही प्रसव पीड़ित महिला सविता के परिजनों का आरोप है
कि महिला चिकित्सक ने उसे डिलीवरी के दौरान ब्लड कम होने की बात कही लेकिन हम बार-बार कहते रहे हो सकता है तो हमें जवाब दो वरना हमें डिस्चार्ज करो लेकिन हमारी एक न सुनी जब सुबह डिलीवरी हो गई तो बच्चे की हालत बिगड़ने पर हमें कहीं और अस्पताल में ले जाने की बात कही हम अस्पताल से निकले थे तभी बच्चे की मौत हो गई इसी कड़ी में बीती रात सीएससी हसनपुर में कुल आठ महिलाओं की डिलीवरी तो हुई जिनमे से चार बच्चों की किलकारी नहीं दौड़ी इसकी सूचना स्वास्थ्य महकमे के अधिकारियों को लगी तो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी chc हसनपुर में पहुंचे पीड़ित परिजनों से वार्ता कर उन्हें कार्यवाही का भरोसा दिलाया
अस्पताल में हुई मौत से स्थानीय लोगों का डॉक्टर से विश्वास उठ गया है यही कारण है कि सरकारी अस्पतालों से ज्यादा लोग अपने मरीज को निजी अस्पतालों में सुरक्षित समझते हैं अगर यही हाल रहा तो सरकारी अस्पतालों में जाने की जहमत तक गरीब नहीं उठा पाएगा भले ही उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक महकमे को सुधारने के लिए चुप चाप निरीक्षण कर रहे हो और महकमे को नसीहत दे रहे हो सुधरने की लेकिन अमरोहा का स्वास्थ्य महकमें को इस बात का कोई खौफ नहीं सीएचसी में किसी महिला डॉक्टर की तैनाती भी नही है क्यों मरीजों को रोका गया इस बात पर पूछा तो जबाव देने से कतराते हुए अभी जिले में नई तैनाती की बात कही
सीएमओ राजीव सिंघल ने बताया की जांच की जा रही है टीम बना दी है लापरवाही पाए जाने पर कार्यवाही की जाएगी प्राथमिक जांच में दो मां के पेट में बच्चे को मृत बताया और दो महिलाओं के खून की कमी निकल कर सामने आई है जिससे की अभी जांच चल रही है