आपको बतादें कि इस बार चारधाम यात्रा पंजीकरण को लेकर बड़ा बदलाव सामने आया है इस बार जनवरी आखिर से चार धाम यात्रा पंजीकरण की व्यवस्था में इस बार बड़ा बदलाव किया जा रहा है। तो वहीँ इस बार चारों धामों में दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं के लिए पंजीकरण की प्रक्रिया अप्रैल की बजाय जनवरी महीने में ही शुरू हो जाएगी।
वहीँ दूसरी ओर धामों के कपाट खुलने की तारीखों का ऐलान होने के बाद अप्रैल के अंतिम सप्ताह से यात्रा के लिए पंजीकरण पोर्टल शुरू करने की व्यवस्था थी। पिछले साल पंजीकरण को लेकर मारामारी की स्थिति रही। कभी सर्वर डाउन रहा, तो कभी पोर्टल हैंग होने से दिक्कत पैदा हो गई। इस कारण बड़ी संख्या में श्रद्धालु बिना पंजीकरण के ही उत्तराखंड पहुंच गए।
इस वर्ष पंजीकरण जनवरी के अंतिम सप्ताह से शुरू
आपको बतादें कि जानकारी के अनुसार पंजीकरण न होने के कारण ऐसे यात्रियों को हरिद्वार और ऋषिकेश में रोकना पड़ा। बाद में व्यवस्था बनाने के लिए पंजीकरण का कोटा बढ़ाना बढ़ा। कुछ पंजीकरण इमरजेंसी के लिए रिजर्व रखने पड़े। इसके बाद भी दिक्कतें सामने आई। इस स्थिति को ध्यान में रखते हुए इस बार पंजीकरण व्यवस्था दुरुस्त की जा रही है।
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हालाँकि इस क्रम में इस वर्ष से पंजीकरण जनवरी के अंतिम सप्ताह से शुरू करने की तैयारी है ताकि नवंबर तक के पंजीकरण शेड्यूल को व्यवस्थित किया जाए। पंजीकरण जल्द शुरू होने से लोगों को अपना प्लान बनाने के लिए पर्याप्त समय मिल जाएगा। साथ ही पंजीकरण के अनुसार वे होटल, लॉज, धर्मशाला, टैक्सी की बुकिंग कर पाएंगे।
दर्शनार्थियों की सीमा को बढ़ाया जाएगा
आपको बताते चले कि चारों धामों में प्रतिदिन दर्शन करने वाले श्रद्धालुओं की संख्या तय है। इस बार इस संख्या का भी नए सिरे से निर्धारण किया जाएगा। अभी बदरीनाथ धाम में 15 हजार, केदारनाथ में 12 हजार, गंगोत्री में सात हजार और यमुनोत्री धाम में चार हजार श्रद्धालु प्रतिदिन दर्शन कर सकते हैं।
कैसे कर सकते है पंजीकरण
जी हाँ पंजीकरण चारधाम यात्रा पर आने वाले श्रद्धालुओ को पर्यटन विभाग की वेबसाइट registrationandtouristcare. uk.gov.in पर पंजीकरण कराना होगा। यात्रा के संबंध में किसी भी जानकारी लेने के लिए टोल फ्री नंबर 1364 पर संपर्क किया जा सकता है। राज्य से बाहर के लोग टोलफ्री नंबर 01351364 पर संपर्क करें।