डीएम को प्रार्थना पत्र देकर देकर रामबेटी ने खुद को जिंदा होने की लगाई गुहार, तथा पैतृक जमीन को कब्जामुक्त कराए जाने की भी मांग की,

डीएम को प्रार्थना पत्र देकर देकर रामबेटी ने खुद को जिंदा होने की लगाई गुहार, तथा पैतृक जमीन को कब्जामुक्त कराए जाने की भी मांग की,
जयकिशन सैनी (समर इंडिया)
बदायूँ। रामबेटी ने खुद के जिंदा होने की डीएम से गुहार लगाई है। रामबेटी ने डीएम को प्रार्थना पत्र देकर पैतृक जमीन को कब्जामुक्त कराने की मांग उठाई है। आरोप है कि गांव के दंबग ने उसके पति वेदराम को शराब पिलाकर फर्जी बैनामा कराने बाद चार बीघा जमीन हड़प ली है। माता पिता की इकलौती संतान होने पर उसे चार बीघा जमीन पैतृक संपत्ति के रूप में मिली थी। पूरा मामला सदर तहसील के गांव पड़ौआ का है।
डीएम को दिये प्रार्थना पत्र में रामबेटी ने बताया कि सदर तहसील के गांव पड़ौआ में उसका मायका है। करीब पैतीस साल पहले वह अपने नशेड़ी पति से परेशान होकर अपने दो छोटे-छोटे बच्चों को लेकर दिल्ली चली गयी। जहां मेहनत मजदूरी कर अपने बच्चों की परविश करने लगी। कई साल पहले गांव के दबंग ने पति वेदराम को शराब पिला कर फर्जी बैनामा करा लिया। पति वेदराम की भी 12 साल पहले मौत हो गयी। जबकि पिता की मौत के बाद वह उनकी इकलौती संतान है। उसे ही चार बीघा पिता की जमीन मिली थी लेकिन दबंगों ने उसे मृत दर्शाकर पति से बैनामा करा लिया। उसने बताया कि बैनामा कराते वक्त उसका मृत्यु प्रमाण पत्र भी नहीं लगाया गया है। कई साल बाद गांव आने पर पता चला कि भूमाफिया ने उसकी जमीन पर कब्जा कर लिया है। रामबेटी के पुत्र सिपटटर और गांव के ओमप्रकाश ने बताया कि यह जमीन रामबेटी की है उन्ही को मिलनी चाहिये। रोमबेटी ने डीएम को शिकायती पत्र देकर न्याय की गुहार लगाई है। शिकायत करने वालों में सतीश कुमार, वहोरन लाल, रामरतन, अरविंद कुमार, नरेश पाल, रजनीश, चरन सिंह, ओमप्रकाश, भगवान सिंह, बहादुर सिंह आदि मौजूद रहे।