सांड के हमले से भैस की हुई मौंत, हंगामा आक्रोशित किसानों ने अधिकारियों को बताया लापरवाह
सांड के हमले से भैस की हुई मौंत, हंगामा
-आक्रोशित किसानों ने
अधिकारियों को बताया लापरवाह
समर इडिया: कृष्णा जी ब्यूरो चीफ
स्याना
गौवंश प्रेमी यानि महाराज योगी बाबा की सरकार ने किसानों के दम पर भले ही दोबारा दमदार वापसी की हो, मगर बाबा का वोटर आज भी आक्रोशित है, कि उनकी समस्या का समाधान कब होगा। गांव-2 सरकारी गौशालाओं के बाद भटकते पशु आमजन से लेकर पशुओं की जान के दुश्मन सिद्ध हो रहे है। स्थानीय अधिकारी शिकायतों के बावजूद चुप्पी साधे हुए है। बताते चलें कि स्याना क्षेत्र के गांव धनियावली निवासी नरेंद्र पुत्र राजेन्द्र सिंह ने बताया कि शुक्रवार की रात्रि घेर पर बंधे हुए पशुओं पर आवारा सांडों ने हमला बोल दिया। जब तक किसान कुछ समझ पाता तब तक भैस गंभीर घायल हो चुकी थी।
शोरगुल व जाग होने पर ग्रामीणों ने दर्जनों आवारा सांडों को लाठी-डंडों से जंगल की तरफ भगाया। किसान की भैस की रात्रि में ही मौत हो गई, भैस की मौंत पर करीब 60 हजार की आर्थिक हानि बताई जा रही है। सरकार द्वारा गौशाला बनी होने के बावजूद भटक रहे गौवंश व आमजन और पालतू पशुओं पर हमले व मौंत से किसान संगठन में भारी आक्रोश है। किसान यूनियन के ब्लाक महासचिव नरेश चौधरी ने सरकार द्वारा कडे कदम उठाने सहित स्थानीय अधिकारियों की लापरवाही बयां की। किसान मुखबिर सिंह ने ईओ स्याना पर अभद्र व्यवहार व लापरवाही का आरोप लगाया। इस दौरान सूरजपाल सिंह, जगपाल सिंह, सतीश कुमार, कालू, ताराचंद, जितेन्द्र, नेमपाल चौधरी, नरेंद्र सिंह, हरिश्चन्द्र, सतवीर सिंह आदी मौजूद रहे।
पहले तो छुट्टा, निराश्रित गौवंश की रखवाली को अपनी नींद ही हराम कर रहा था, लेकिन अब अपनी जान दांव पर लगा सरकार के अधिकारियों पर जमकर भडास निकाल रहे है।आवारा पशुओं के हमलों में आमजन व पालतू पशुओ की मामले निरंतर बढते ही जा रहे है। और विकराल बनी समस्या की शिकायतों के बाद भी समाधान नजर नही आ रहा।