श्राद्ध पूर्णिमा पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में आस्था की डुबकी।
श्राद्ध पूर्णिमा पर्व पर हजारों श्रद्धालुओं ने लगाई गंगा में आस्था की डुबकी।
समर इंडिया।धर्मवीर निगम।
ऊंचागांव।संवाददाता।
बुलन्दशहर।
ऊंचागांव। क्षेत्र में स्थित मांडव ऋषि आश्रम के किनारे बह रही पवित्र गंगा की धारा में शनिवार की सुबह हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में आस्था की डुबकी लगाई हिंदू पंचांग के अनुसार इस वर्ष भाद्रपद माह की पूर्णिमा 10 सितंबर को मनाई गई पूर्णिमा तिथि पर भगवान विष्णु और माता लक्ष्मी की पूजा का विधान है भाद्रपद मां के पूर्णिमा से ही श्राद्ध पक्ष भी शुरू हो जाता है
इसीलिए स्कोर श्रद्धा पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है इस दिन स्नान दान पूजा पाठ के अलावा पितरों के लिए तर्पण और श्राद्ध कर्म भी किए जाते हैं। भाद्रपद पूर्णिमा से शुरू होने वाले पितृ पक्ष में पितरों को श्राद्ध और पिंडदान करने से परिवार में सुख समृद्धि और शांति आती है परिवार की सभी बाधाएं दूर हो जाती हैं हिंदू शास्त्रों पुराणों और संहिता में बताया गया है
कि जब तक पितरों से मुक्ति नहीं मिलती तब तक ईश्वर भी प्रसन्न नहीं हो सकते। हिंदू धर्म में पूर्णिमा का बहुत अधिक महत्व माना जाता है भाद्रपद मास की पूर्णिमा से इस श्राद्ध पक्ष भी शुरू हो जाता है। इस दिन अगस्त मुनि सहित बाकी ऋषियों के नाम से तर्पण किया जाता है इस दिन उनके नाम से जल अर्पित किया जाता है। शरद पूर्णिमा पर हजारों श्रद्धालुओं ने गंगा में स्नान कर पितरों को जल अर्पण कर अमन चैन की दुआ मांगी।