एक कलाकार कभी नही मरता , अपने काम से हमेशा जिंदा रहता है – पवन रघुवंशी
एक कलाकार कभी नही मरता , अपने काम से हमेशा जिंदा रहता है – पवन रघुवंशी
गिरजा शंकर अग्रवाल की रिपोर्ट
– ओड़ पवन रघुवंशी एक्टर, राइटर, डायरेक्टर ने हमारे संवाददाता गिरजा शंकर अग्रवाल को बताया कि ” डर” एक ऐसा शब्द हमारे जीवन में होता है जो हमें आगे बढ़ने नही देता, तो शुरू करते है आज उस डर से जिसने मुझे भी अपना शिकार बनाया। इसी डर ने मुझे कही पीछे छोड़ दिया । क्योंकि ऐसा डर वर्षों से मेरी इंद्रियों के रोम रोम में समाया हुआ था ।
कभी एक ऐसा काम करने की सोची जिसमे मुझे सफलता मिलती मगर उसमे मुझे सफलता पूर्णरूप से नही मिली। उन्होंने बताया कि बस वही से ये डर हावी हो गया था । और किसी भी कार्य को करने में डर लगता था। कोई भी जोखिम लेने मरने के बराबर जैसा था । जाने कैसे मगर फिर हिम्मत दिखाई और धीरे धीरे अपने जीवन मे काम करता चला गया, असफल लोग कैसे सफल हुए उनकी जीवनी पड़नी शुरू की, सकारात्मक लोगो को अपना आदर्श मानकर, चैलेंजिंग काम करने का मन बनाया, न जाने कितने कंप्यूटर के प्रोग्रामो को खुद सीखा, साथ ही उसमे महारथ हांसिल की, बड़ी बड़ी कंपनी का काम किया और अपने काम का लोहा मनवाया । जिसके फलस्वरूप कुछ साल पहले फिल्मी दुनिया मे अपना कदम रखा। पहली फ़िल्म “सुखिया रिक्शेवाला” बनाई। जिसमे एक गरीब रिक्शेवाला की दर्दनाक जीवन को अपने अभिनय से रूबरू करवाया। जिसे सभी लोगो ने बहुत सहारा। लोगो के इसी प्यार ने मुझे एक राइटर, एक्टर बनने पर मजबूर कर दिया और फिर अपने फिल्मी कैरियर को पंख दिए और लिखना शुरू कर दिया। महाराष्ट्र के कई प्रोडक्शन हाउस से जुड़ा और अपनी लेखनी को उन्हें दिखाया, उन्हें वो पसंद आई और मेरी लिखी स्टोरी पर फ़िल्म बनानी शुरू कर दी। पहली ही फ़िल्म “बेटा प्रदेश में” बेस्ट शॉर्ट भावनात्मक फ़िल्म का अवार्ड “मराठा फ़िल्म फेस्टिवल” में जीतकर आई।
लगातार लिख रहा था और अपने अभिनय को भी फिल्म के माध्यम से निखार रहा था। जल्द ही एक बड़ी फिल्म “संविधान एक रास्ता” लिखने का मौका “अज़मत खान जी” के पर्पललाइन एंटरटेनमेंट में मिला, इससे पहले भी उनके लिए 3 मूवी लिख चुका था। गुजरात की एक फ़िल्म में बॉलीवुड के लेजेंड “शक्ति कपूर” के साथ काम करने का मौका “गुजरात टू गोआ” में मिला जो कि सिनेमाघरों पर प्रसारित होगी। मुम्बई के प्रोडक्शन हाउस में अब तक कई फिल्में लिखकर दे चुका हूं। अभी औरंगाबाद में गौरव सम्मान से “रजा मुराद” जी के हाथों ये सम्मान मिला और साथ ही उनके साथ मंच पर रहकर ये संम्मान अन्य लोगो को दिया।अभी हाल ही में “मिशन कम्पलीट” वेब सीरीज में एक पिता की भूमिका में नजर आऊंगा, जिसमे एक पिता अपने बच्चो की खातिर कुछ भी करने को तैयार हो जाता है। ये फ़िल्म एक महिला प्रधान फ़िल्म है, आज के समावेश को पर्दे पर दिखाने का प्रयास किया है।
इसके साथ साथ हरयाणवी गाने में एक दोस्त की भूमिका में नजर आऊंगा।लगातार प्रोजेक्ट आने वाले है लिखने को तो बहुत कुछ है मगर मुख्य बाते ही लिख पाया मगर इतना कहना चाहता हूँ कि आपके अंदर के डर को खत्म करो क्योंकि यही डर आपको आगे नही बढ़ने देगा। जिस दिन भी आपने आगे बढ़ने की ठान ली समझो आधी विजय तो आपने उस दिन ही हांसिल कर ली। सीखने के लिए हर वक़्त तैयार रहिये । अब चाहे उम्र में सामने वाला छोटा हो बड़ा सबसे सीखना चाहिए। अपने काम को ईमानदारी से करते रहिए। अपने छोटे छोटे अभिनय में छाप छोड़ने की कोशिश कीजिये, फिल्मी इतिहास गवाह है कि न जाने कितने कलाकार छोटे अभिनय से महान कलाकार बनकर अपना फिल्मी दुनिया मे अपना लोहा मनवा चुके है। मेरी नजर में कलाकार का मतलब है “कलाकार यानी कल का जो आकार बदल दे” युगों तक यही जिंदा रहते है, एक कलाकार कभी मरता नही, अपने काम से हमेशा जिंदा रहता है।
उम्मीद है आपको अब “डर” का मतलब सही मायने में पता चल गया होगा । इसलिए सबसे पहले खुद के मन का डर खत्म करिए। आपकी फिल्मी यात्रा बड़ी ही सुखद रहने वाली है और आप अपने अभिनय से छाप छोड़ दे यही ईश्वर से प्रार्थना है।