मादक पदार्थों की तस्करों के लिये बरेली बॉर्डर से जुड़े थाने तस्करी का हब बनते जा रहे।
मादक पदार्थों की तस्करों के लिये बरेली बॉर्डर से जुड़े थाने तस्करी का हब बनते जा रहे।
वजीरगंज थाना पुलिस ने दो दिन पहले ही वजीरगंज के इटौवा गांव निवासी सोनू को 15 लाख की अफीम सहित रंगे हाथ गिरफ्तार किया था।
जयकिशन सैनी
बदायूँ। मादक पदार्थों की तस्करों के लिये बदायूं में बरेली बार्डर मुफीत बन गया है। चाहें बरेली जिले से अफीम व स्मैक लेकर घुसपैठ की सीमा बिनावर थाना रहे या फिर वजीरगंज और कुंवरगांव। इन थाना क्षेत्रों से लगातार तस्करी हो रही है और अभी तक दो महीने में 15 ऐसे तस्कर धरे जा चुके हैं, जिन्होंने पूछताछ में बरेली के भमोरा थाना क्षेत्र से मादक पदार्थ लाने का गुनाह कबूला है। शाहजहांपुर, कासगंज, संभल, रामपुर, फर्रुखाबाद समेत बरेली जिले की सीमा से जुड़े बदायूं में प्रतिबंधित पशुओं की तस्करी का कलंक लगा था। इन तस्करों पर सिस्टम का शिकंजा कसा गया, यहां तक कि इनकी संपत्तियां भी जब्त की गईं तो यह कलंक समय रहते धुल गया। कई जिलों की सीमा से सटा होने के कारण मादक पदार्थों के तस्करों ने इस जिले को अपने मंसूबे अंजाम देने के लिए चुन डाला। मौजूदा वक्त में भारी मात्रा में अफीम से लेकर स्मैक की आमद बदायूं में हो रही है।
वजीरगंज थाना पुलिस ने दो दिन पहले ही वजीरगंज के इटौवा गांव निवासी सोनू को 15 लाख की अफीम समेत गिरफ्तार किया। इससे पहले बिनावर थाना पुलिस ने स्मैक समेत तस्करों को धर दबोचा। कुंवरगांव थाना पुलिस ने भी अफीम समेत दो तस्कर गिरफ्तार किए। जबकि इनके अलावा कुछ तस्कर सरहद के थाने लांघकर बदायूं के भीतर दाखिल हुए और उझानी पुलिस द्वारा इनकी धरपकड़ की गई। कुल मिलाकर पुलिस ऐसे 15 लोग पकड़ चुकी है, जिनके पास से डोडा, अफीम, स्मैक आदि माल मिला है। इन तस्करों से पूछताछ में यह रहस्य भी खुला कि इनको बरेली के भमोरा थाना क्षेत्र के विशारतगंज गांव से माल मुहैया होता है। तस्कर वहां से सस्ते में मादक पदार्थ लाते हैं औऱ यहां लाकर मोटे मुनाफे में डिलीवरी करते हैं। कुल मिलाकर बरेली बार्डर से जुड़े थाने तस्करी का हब बनते जा रहे हैं।