प्राणों की आहुति दे आज ही के दिन शहीद हुए थे अरविंद
हमें वीर सेनानियों की शहादत को नही भूलना चाहिए : डॉ नरेन्द्र सिंह
प्राणों की आहुति दे आज ही के दिन शहीद हुए थे अरविंद : कैलाश त्यागी
भाई अरविंद की शहादत को 22 वर्ष बीत जाने के बाद भी पूरे नहीं हुए सरकार द्वारा किये वायदे : धर्मेन्द्र सिंह
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अमरोहा, 29 जून। कारगिल के अमर सेनानी शहीद अरविन्द सिंह के बलिदान दिवस पर उनके पैत्रक ग्राम छावी मिलक में उनके घर पर पूर्व की भांति इस वर्ष भी राष्ट्र कल्याण यज्ञ तथा श्रद्धांजलि समारोह का आयोजन किया गया।
इस दौरान मुख्य अथिति पूर्व प्रधानाचार्य व भाजपा नेता कैलाश त्यागी ने शहीद अरविन्द को श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए नमन किया ओर कहा कि शहीद अरविंद ने आज ही के दिन अपने प्राणों की राष्ट्र बलि वेदी पर आहुति दी थी जिसके कारण कारगिल में हमारी फौज ने फतेह हासिल की थी शहीद अरविंद ने अपना बलिदान देकर स्वयं को अमर बना दिया है। हम सभी का कर्तव्य है कि इस दिन को हमें पर्व के रूप में मनाना चाहिए ताकि हमारी आने वाली पीढ़ी उनके बलिदान के बारे में जान सके।
आपको बतादें कि जम्मू कश्मीर के कारगिल युद्ध में 29 जून 1999 में शहीद हुए अरविंद सिंह की स्मृति में इस कार्यक्रम का आयोजन हर वर्ष किया जाता है आज कार्यक्रम का शुभारम्भ राष्ट्र कल्याण यज्ञ के साथ हुआ , मंगू सिंह आर्य के निर्देशन में यह यज्ञ सम्पन्न हुआ, यज्ञ में राष्ट्रकल्याण व विश्वशांति की भी कामना की गयी। राष्ट्र कल्याण यज्ञ के दौरान शहीद के माता पिता मुख्त्यार सिंह व भाई धर्मेन्द्र सिंह मुख्य यजमान रहे।
शहीद की 23 वीं पुण्यतिथि के अवसर पर कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए प्रोफेसर राजनीति विज्ञान डॉ नरेन्द्र सिंह ने कहा कि हमारे वीर सेनानी सर्द रातों में माइनस डिग्री टेंपरेचर तापमान में बॉर्डर पर पहरा देते है तब कहीं जाकर राष्ट्र सुरक्षित हो पाता है हमें वीर सेनानियों की शहादत को कभी नही भूलना चाहिए । उन्होंने बताया कि फौजी बनना इतना आसान काम नहीं है सुबह उठकर नींद को खोना पड़ता है अपने सुख मय जीवन की कुर्बानी देनी पड़ती है सैकड़ों रातें सर्द हवाओं में आसमान के नीचे गुजारनी पड़ती है तब कहीं जाकर एक फौजी बनता है बड़ी लंबी दास्तां होती है फौजी की,
सेना में भर्ती होना जज्बे की बात है, किंतु शहादत देना अपने आप में एक गौरवगाथा है, जो बलिदानी को अमर बना देती है।
शहीद के भाई धर्मेंद्र सिंह ने कहा कि जब भाई अरविंद शहीद हुए थे तो उस समय प्रदेश में भाजपा की सरकार थी तत्कालीन भाजपा सरकार द्वारा शहीद गेट, 25 बेड का अस्पताल, टीन शेड, सरकारी नल, और गांव का नाम शहीद अरविंद नगर करने की बात कही गयी थी लेकिन अभी तक इस प्रकार का कोई भी वायदा पूरा नहीं हुआ है जबकि आज वर्तमान में भी भाजपा की सरकार प्रदेश में है हमें प्रदेश सरकार से आज भी आस बंदी है। कि वह अपने द्वारा किए गए वायदों को पूरा करेगी।
सुरेंद्र सिंह स्टेट ने कहा कि सैनिकों के बलिदान से ही राष्ट्र की एकता और अखण्डता की रक्षा होती है। हमें बढ़-चढ़कर शहीद की पुण्यतिथि को मनाना चाहिए ।
भाजपा युवा नेता सुभम जालान ने कहा कि अमर शहीदों की शहादत कभी व्यर्थ नहीं जाती। शहीद अरविंद से प्रेरणा लेकर सैकड़ों युवा फ़ौज में भर्ती हुए है। उनकी शहादत पर हमें फक्र है।
श्रद्धांजलि समारोह में शहीद की प्रतिमा पर माल्यार्पण करते हुए मुख्त्यार सिंह , मा कैलाश त्यागी, धर्मेन्द्र सिंह मल्लू भाई, डॉ नरेन्द्र सिंह, सुरेंद्र सिंह स्टेट, मंगू सिंह आर्य, बलवंत सिंह यादव, नेमपाल सिंह, रविंद्र सिंह, समर पाल सिंह ,अशोक कुमार , मनोज, जोनी, संजीव, काले सिंह, वीरेंद्र सिंह, भूपेंद्र सिंह, आदि ने अमर शहीद को हार्दिक श्रद्धांजलि दी।
अन्त में शहीद के पिता मुख्त्यार सिंह ने सभी आगन्तुकों का आभार जताया।