
हाल ही में सोशल मीडिया पर एक बड़ी खबर सामने आ रही है जिसमे आपको बतादें कि जोशीमठ में सीजन की पहली बर्फबारी हो चुकी है और बताया जा रहा है कि इससे आपदा प्रभावित इस क्षेत्र में खतरा और बढ़ जाएगा. वहीं मौसम विभाग के मुताबिक चमोली (Chamoli) जिले में 24 और 25 जनवरी को भी बर्फबारी होगी. यहां जल रिसाव भी काफी कम हो गया है.
वहीँ दूसरी ओर आपको बता दें कि जोशीमठ में खतरे (Joshimath Disaster) वाले मकानों को गिराया जा रहा है. वहीं दरार वाले भवनों की संख्या बढ़कर 863 हो गयी है और 181 मकान पूरी तरह से असुरक्षित घोषित कर दिए गए हैं. राहत और पुनर्वास का कार्य जोरों पर है.
आपको बताते चले कि खराब मौसम की वजह से मुश्किलें लगातार बढ़ती जा रही हैं. शुक्रवार सुबह तक बर्फबारी हुई थी और इसके बाद बारिश शुरू हो गई. जोशीमठ के भू-धसाव क्षेत्र में जल रिसाव कम होकर 136 लीटर प्रति मिनट हो गया है. मौसम विभाग ने चमोली सहित सात जिलों की अलग-अलग जगहों पर 24 और 25 जनवरी को तेज बारिश और बर्फबारी का ऑरेंज अलर्ट जारी किया है.
अधिकारियों से मिली जानकारी के अनुसार शुरू में जल रिसाव 540 लीटर प्रति मिनट था. इसमें कमी होने से थोड़ी राहत मिली है और यह एक सकारात्मक संकेत है. वहीं सरकार की तरफ से प्रभावित लोगों को राहत राशि वितरित की जा रही है. बारिश और बर्फबारी की वजह से इमारतों की दरारें और चौड़ी हुई हैं. इसकी वजह से खतरा बढ़ गया है.
इतना ही नहीं बर्फबारी की वजह से मकानों को गिराने का काम रोका गया है. मौसम साफ होने पर काम फिर से शुरू होगा. खबर है कि इसबार की बद्रीनाथ यात्रा भी वहां के हालात पर निर्भर करेगी. 4 महीने बाद यात्रा शुरू होनी है. पुष्कर सिंह धामी सरकार लोगों को राहत प्रदान करने का दावा कर रही है. लोगों को जरूरी सामान की आपूर्ति की जा रही है. विशेषज्ञों की टीम हालात का अध्ययन कर रही है.