किसान सम्मान निधि की त्रुटिपूर्ण सूची को लेकर कृषि विभाग व राजस्वकर्मी भिडे,
किसान सम्मान निधि की त्रुटिपूर्ण सूची को लेकर कृषि विभाग व राजस्वकर्मी भिडे,
एसडीएम व तहसीलदार ने कोतवाली पहुंचकर दोनों पक्षों कराया लिखित समझौता।
जयकिशन सैनी
बिसौली। किसान सम्मान निधि की त्रुटिपूर्ण सूची को लेकर लेखपालों व कृषि विभाग के बीच काफी दिनों से चल रहा विवाद बुधवार को हाथापाई में बदल गया। सर्वे को लेकर तहसीलदार की बैठक में दोनों पक्ष भिड़ गए। हाथापाई मं कृषि विभाग के नोडल अधिकारी शिवप्रताप को चोटें आईं। मामला पुलिस के पास पहुंचा तो एसडीएम व तहसीलदार ने कोतवाली पहुंचकर दोनों पक्षों में लिखित समझौता करा दिया। किसान सम्मान निधि को लेकर लेखपालों ने कृषि विभाग पर त्रुटिपूर्ण व मनमाने ढंग से किसानों की सूचियां तैयार करने का आरोप लगाया है। इसको लेकर लेखपाल संघ के बैनर तले तहसील के लेखपाल एसडीएम ज्योति शर्मा को ज्ञापन भी दे चुके हैं। प्रशासनिक अधिकारी भी गांव गांव जाकर सूचियों का स्थलीय सत्यापन कर रहे हैं। इस दौरान भी अधिकतर गांवों में सूचियों में खामियां मिली हैं। बुधवार को सूचियों की खामियां दूर करने को लेकर तहसीलदार अशोक सैनी तहसील सभागार में कृषि विभाग व लेखपालों की बैठक ले रहे थे। इसी दौरान कृषि विभाग के नोडल अधिकारी शिवप्रताप पाराशरी व कई लेखपालों में नोकझोंक हो गई। मामला बढ़ा तो दोनों पक्ष सभागार से बाहर आ गए। आरोप है कि बाहर आते ही कई लेखपाल नोडल अधिकारी से भिड़ गए। हाथापाई में शिवप्रताप को काफी चोटें आईं। इस दौरान उनके कपड़े भी फट गए। शोरगुल सुनकर एसडीएम ज्योति शर्मा व तहसीलदार अशोक सैनी मौके पर पहुंचे और दोनों पक्षों को समझाकर शांत कराया। पीड़ित नोडल अधिकारी ने साथियों के साथ कोतवाली पहुंचकर तहरीर दी। मामला बढ़ता देख एसडीएम व तहसीलदार कोतवाली पहुंच गए। वहीं, दोनों पक्ष के काफी कर्मचारी भी कोतवाली पहुंच गए और हंगामा करने लगे। दोनों अधिकारियों ने कोतवाल बिजेंद्र सिंह के साथ मिलकर दोनों पक्षों के बीच समझौता कराया तब जाकर मामला शांत हुआ। एसडीएम ने बताया कि लेखपालों द्वारा कृषि विभाग के नोडल अधिकारी से माफी मांगने के बाद दोनों पक्षों में फैसला हो गया है।