उझानी कोतवाली क्षेत्र के युवक से सरकारी अस्पताल में नौकरी लगवाने के नाम पर ठगे दो लाख रूपये, पुलिस ने देर शाम दर्ज की एफआईआर
जयकिशन सैनी (समर इंडिया)
बदायूं। उझानी कोतवाली क्षेत्र के गांव जिरौली निवासी युवक से सरकारी अस्पताल में नौकरी लगवाने के नाम पर दो लाख रुपये की ठगी कर ली गई। जब उसे ज्वाइनिंग लेटर नहीं मिला तो उसने खुद को डॉक्टर बताने वाले व्यक्ति से संपर्क किया। उसके न तो रुपये लौटाए और न ही उसकी नौकरी लगवाई। इस संबंध में युवक ने आरोपी के खिलाफ धोखाधड़ी की एफआईआर दर्ज कराई है। गांव जिरौली निवासी विपिन कुमार के मुताबिक उसकी दुकान रोड किनारे है। सर्दी में लालपुल निवासी संतोष शर्मा अक्सर ड्यूटी आने-जाने के दौरान उसकी दुकान पर आकर बैठ जाते थे। वहीं हाथ सेंककर अपने घर जाते थे। इससे संतोष शर्मा से उसके परिवार वालों की अच्छी जान पहचान हो गई। संतोष शर्मा ने बताया था कि वह सरकारी अस्पताल में डॉक्टर है। उसके अस्पताल में अक्सर चतुर्थ श्रेणी और द्वितीय श्रेणी की जगह निकलती रहती हैं। विपिन ने बताया था कि वह इंटर पास है। उसकी चतुर्थ श्रेणी में नौकरी लग जाएगी।इसके लिए उन्हें दो लाख सात हजार रुपये देने होंगे। इस पर परिवार वालों ने संतोष को दो लाख सात हजार रुपये, पासपोर्ट साइज फोटो और अंक पत्रों की छायाप्रति दे दी। दो माह के अंदर उसे नौकरी लगवाने का आश्वासन दिया गया था लेकिन जब दो माह के अंदर नौकरी नहीं लगी तो उन्होंने संतोष से संपर्क किया।
उसके घर गए तो वहां ताला लगा मिला। जब बच्चे घर पर मौजूद होते तो वह ड्यूटी जाने का बहाना बना देते। उसने यह भी नहीं बताया कि वह किस अस्पताल में ड्यूटी करता है। ठगी का अहसास होने पर विपिन ने कोतवाली पुलिस को तहरीर दी थी। जिस पर पुलिस ने शनिवार देर शाम एफआईआर दर्ज कर ली।