बदायूँ जिला महिला अस्पताल में स्थित स्टॉप सेंटर में ठहरीं 3 किशोरियां हुई लापता, डीएम व एसएसपी ने स्टॉप सेंटर का किया मौका मुआयना
बदायूँ जिला महिला अस्पताल में स्थित स्टॉप सेंटर में ठहरीं 3 किशोरियां हुई लापता, डीएम व एसएसपी ने स्टॉप सेंटर का किया मौका मुआयना
किशोरियों के अचानक लापता होने से अधिकारियों के फूले हाथ-पांव
जयकिशन सैनी (ब्यूरो चीफ)
बदायूं। जिला महिला अस्पताल में स्थित एक स्टॉप सेंटर में ठहरीं तीन किशोरियां सोमवार रात किसी वक्त लापता हो गईं। इसकी जानकारी तब हुई जब मंगलवार सुबह गिनती हुई। यह जानकारी सामने आते ही अधिकारियों के हाथ पैर फूल गए। आनन-फानन में अधिकारियों को जानकारी दी गई। पता चला कि सेंटर में लगे सीसीटीवी खराब हैं।जानकारी मिलने के बाद डीएम दीपा रंजन और एसएसपी डॉ ओपी सिंह ने भी घटनास्थल का मुआयना किया। सुरक्षा में लापरवाही बरतने पर तीन महिला सिपाहियों को सस्पेंड कर दिया गया है। उनके खिलाफ ड्यूटी में लापरवाही का मुकदमा भी दर्ज किया गया है। फिलहाल डीएम ने विभागीय जांच जिला राजस्व अधिकारी को सौंपी है। शासनस्तर से जिला महिला अस्पताल में 1 स्टॉप सेंटर बनाया गया है। यहां बहलाकर ले जाई गई और रेप पीड़िताओं के ठहरने की व्यवस्था की गई है।
पीड़िता की बरामदगी से लेकर अदालत में उसका बयान दर्ज कराने तक उसे इसी सेंटर में ठहराया जाता है। जिस थाने की पीड़िता होती है उनकी सुरक्षा में वहां की एक महिला सिपाही भी तैनात की जाती है। लापता हुई किशोरियों में एक सहसवान, एक दातागंज तो एक वजीरगंज थाना क्षेत्र की रहने वाली हैं। इन्हें पिछले दिनों पुलिस ने बरामद किया था। सभी को बहलाकर ले जाने के मुकदमे संबंधित थानों में दर्ज हैं। ये सभी तकरीबन सप्ताह भर के भीतर यहां लाई गईं थीं। पिछले दिनों अगस्त में नेकपुर मोहल्ले में बने शेल्टर होम से भी दो किशोरियां लापता हो चुकी हैं। इस घटना की रिपोर्ट शासन तक पहुंची तो शेल्टरहोम बंद कर दिया गया और बाकी की लगभग 24 किशोरी व युवतियां लखनऊ और मेरठ के शेल्टर होम भेजी गईं। डीएम ने बताया कि सिपाहियों को सस्पेंड किया गया है।