थानों में फरियादियों को तहरीर देने के बाद बतौर सबूत के मिलेगी पीली पर्ची।
थानों में फरियादियों को तहरीर देने के बाद बतौर सबूत के मिलेगी पीली पर्ची।

बदायूं थानों में फरियादियों को तहरीर देने के बाद बतौर सबूत के मिलेगी पीली पर्ची।
जयकिशन सैनी
समर इंडिया (बदायूँ)
बदायूँ। थाने में पहुंचने वाले फरियादियों को तहरीर देने के बाद बतौर सबूत पीली पर्ची शुक्रवार 13 मई से सभी थाना पुलिस की ओर से दी जायेगी। यह पर्ची इस बात का थाने में पहुंचने वाले फरियादियों को तहरीर देने के बाद बतौर सबूत पीली पर्ची शुक्रवार 13 मई से सभी थाना पुलिस की ओर से दी जायेगी। यह पर्ची इस बात का प्रमाण रहेगी कि फरियादी थाने आया था। पर्ची पर दर्ज होगा कि संबंधित मामले में एफआइआर दर्ज की गई है या फिर जांच की जा रही है।
एसएसपी ने एक सप्ताह में यह व्यवस्था सभी थानों में शुरू करने को कहा है। अभी तक आपसी विवाद या किसी अन्य आपराधिक घटना की सूचना लेकर फरियादी थाने पहुंचते हैं तो पुलिस उनकी तहरीर लेकर रख लेती है और जांच के बाद कार्रवाई का आश्वासन दिया जाता है। कुछ मामले दबाये जाते हैं तो पीड़ित अफसरों के यहां पेश होते हैं, लेकिन तब थाना स्तर से यह कह दिया जाता है कि संबंधित प्रकरण की जानकारी नहीं है और फरियादी थाने पहुंचा ही नहीं था। वहीं फरियादी के पास कोई सबूत नहीं होता, इसलिये थानेदारों की बात को सही माना जाता है। इसी व्यवस्था में पारदर्शिता बनाने के लिए अब आज से पर्ची सिस्टम लागू किया जा रहा है।
————————
———————————–
अपडेट होगा कार्रवाई का ब्योरा
रजिस्ट्रर में संबंधित शिकायत में कार्रवाई का ब्यौरा भी दरोगाओं को भरना होगा। अगर एफआईआर दर्ज हुई तो उसकी अपराध संख्या, धारा और सूचना झूठी पाई गई तो उससे जुड़ी जानकारी। ताकि फरियादी अफसरों के यहां शिकायत को जाये तो संबंधित पर्ची के क्रमांक से पूरी जानकारी अफसर संबंधित थाने से ले सकें।
———————
बहुत सी शिकायतें आतीं हैं, पूछता जाता थाने-कोतवाली गये थे कि नहीं। फरियादी कहते, थाने गये तहरीर दी, सुनवाई नहीं हुयी। जब थाने-कोतवाली जानकारी की जाती तो बताया जाता तहरीर नहीं आयी। इसलिये इस व्यवस्था शुक्रवार 13 मई से शुरू किया जा रहा है। पर्चियों मुख्यालय पहुंच गयी हैं। इन्हें थानों में भिजवाया गया है।
डॉ. ओपी सिंह, एसएसपी